दिल्ली / आरपीएफ इंस्पेक्टर का अनुरोध दरकिनार कर तीन दिन तक दयाबस्ती स्टेशन पर खड़े रहे करोड़ों रुपए के खाली कोच

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भयानक हिंसा के बीच दिल्ली रेल मंडल रेलवे की करोड़ों रुपए की संपत्ति को लेकर लापरवाही का का मामला सामने आया है। हिंसा भड़कने के बाद 25 फरवरी, 2020 को पटेलनगर आरपीएफ पोस्ट के इस्पेक्टर इंचार्ज ने सीनियर डीओएम कोचिंग, डीआरएम ऑफिस, नई दिल्ली को पत्र (संख्या ई-10|रेसुब|ईसीआर) रैक को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि दयाबस्ती रेलवे स्टेशन के मेन लाइन पर ईसीआर रैक खड़े होते हैं। वर्तमान समय में सीएए के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन व आगजनी हाे रही है। ऐसे में इन्द्रलोक स्टेशन के आसपास का इलाका मुस्लिम बाहुल्य होने से कुछ लोग स्टेशन पर भी आ सकते हैं। रेल लाइनों के पास बनी झुग्गियों में रहने वाले मुस्लिम समाज के लोगों की भी संख्या ज्यादा है। समय में सुरक्षा की दृष्टि से दयावस्ती में ईसीआर रैक का खड़ा होना सही नहीं है। इसलिए अनुरोध है कि दयाबस्ती स्टेशन पर खड़े होने वाले रैक को दयाबस्ती स्टेशन से हटाकर किसी अन्य स्थान पर खड़ा किया जाए।



आरपीएफ इंस्पेक्टर की ओर से लिखा गया पत्र


आरपीएफ ने बताया कि विशेष निगरानी रख रहे


जब भास्कर ने स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ व वहां पर मौजूद लोगों से बातचीत कि गई तो उन्होंने बताया कि रैक लगातार यहीं खड़ी हो रही है। इसके लिए विशेष निगरानी रख रख रहे हैं।


शाम 6.07 पर हटाए गए 


इस बारे में डीआरएम एसीसी जैन को कई कॉल, मैसेज के बाद भी उन्होंने जवाब नहीं दिया। हालांकि मंडल के जनसंर्पक विभाग के एक अधिकारी ने शाम 6.07 बजे बताया कि रैक को हटा दिया गया है। डीआरएम देरी को लेकर भी कोई जवाब नहीं दिया।



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